vaccine लगवाने के बाद एंटीबॉडी कब तक काम करती है यह सवाल कई तरह की रिपोर्ट पढ़ने के बाद हर किसी को बेचैन कर रहा है अब इस सवाल का जवाब तलाशने की कोशिश भारत में एंटीबॉडी स्तर जांचने के लिए की गई पहली रिपोर्ट के अनुसार सामने आई है भारत के ICMR रीजनल सेंटर के 2 वैज्ञानिकों ने यह स्टडी की है जिसके मुताबिक भारत बायोटेक को covaccine से बनी एंटीबॉडीज दूसरे महीने से कम होने लगती है सीरम की Covishield से बनी एंटीबॉडीज वैक्सीनेशन के चौथे महीने से कम होने लगती है दोनों Dose लगने के बावजूद एंटीबॉडी घटने का खतरा नहीं बढ़ता है दरअसल T और B सेल्स भी वायरस से लड़ने में मदद करते हैं।
डॉक्टर देवदत्त भट्टाचार्य वैज्ञानिक ICMR की जुबानी
हम लोगों के शरीर में जो इम्यून सिस्टम है जब भी कोई फॉरेन पार्टिकल वायरस या बैक्टीरिया घुसते हैं तो हम लोगों के शरीर के इम्यून सिस्टम मैं मेमोरी सेल तैयार होता है यह मेमोरी ऐसा होता है कि आपका अगर एंटीबॉडी खत्म हो जाने के बाद वायरस है बैक्टीरिया आप पर अटैक करता है तो यह मेमोरी सेल वह याद रखते हैं और यह उनसे फाइट के लिए तैयार रहते हैं।
इस रिसर्च में एंटीबॉडी घटने का नतीजा सामने आने के साथ-साथ यह भी साफ हो गया की वैक्सीन से मौत का खतरा खत्म हो जाता है स्टडी में मिले जिन 81 मामलों में वैक्सीन के बावजूद संक्रमण हुआ था उनमें से 95% मामलों में इसका असर बेहद मामूली था। केवल 5 फ़ीसदी को देखभाल के लिए अस्पताल में भर्ती करना पड़ा था।
इस स्टडी में यह भी साफ किया गया कि वैक्सीन की दूसरी Dose लेना सबसे जरूरी है हेल्थ एक्सपर्ट भी इसकी सिफारिश कर रहे हैं। हालांकि बूस्टर डोज की स्टडी पर कुछ नहीं कहा गया है Research के मुताबिक इसके लिए अभी और ज्यादा मेहनत करनी होगी वैसे यह स्टडी भी केवल भुवनेश्वर में ही की गई है ऐसे में इसके फाइनल नतीजों पर अभी और भी Research की जरूरत है।
यह लेख मीडिया की खबरों पर आधारित है पाठक अपने विवेक से काम लें