सेबी SEBI के दिशा निर्देश के अनुसार किसी प्राइवेट ब्रोकर या बैंक ब्रोकर के डीमेट खाते को छोड़कर कोई व्यक्ति किसी अन्य तरीके से शेयरों की खरीद और बिक्री नहीं कर सकता इसलिए भी डीमैट अकाउंट जरूरी है अगर आप अपने बचत के पैसों को शेयर बाजार या शेयर बाजार के अन्य विकल्पों में निवेश करना चाहते हैं तो आपके लिए डीमैट खाता खुलवाना अनिवार्य है।
डीमैट अकाउंट क्या है पूर्ण जानकारीडीमैट खाता पूर्ण रुप से आपके बैंक खाते की तरह ही काम करता है। अब डीमैट खाता पूर्ण रूप से ऑनलाइन हो गया है जैसे बैंक में आपको पासबुक में लेनदेन की समरी मिलती है वैसे ही डीमैट खाता में आपको आपके स्टेटमेंट की प्रविष्टि कराई जा सकती है आप इसे भौतिक रूप से नहीं रख सकते, इसकी सुरक्षा भी इलेक्ट्रॉनिक तरीके से ब्रोकर कंपनियां करती हैं और सरकार की इस पर पूरी नजर रहती है. और बैंक खाते की ही तरह यहां पर भी डेबिट और क्रेडिट होता है!
डीमैट अकाउंट खुलवाने के क्या फायदे है?
डीमेट अकाउंट के कई फायदे हैं। अपनी बचत के पैसों को निवेश करके जीवन में अपने सपनों को पूरा करने के लिए और आपके बेहतर भविष्य के लिए आपके पास पैसों को निवेश करने के लिए एक डीमैट अकाउंट जरूर होना चाहिए. डीमेट अकाउंट के जरिए आप स्टॉक, म्यूच्यूअल फंड, गोल्ड, करंसी, इटीएफ आदि भी खरीद सकते हैं आपके पास डीमैट अकाउंट होने से शेयर बाजार में आप ट्रेडिंग और इन्वेस्टमेंट को बहुत ही आसान बना देता है। आप अपने भिन्न-भिन्न शेयरों में किए गए निवेश के पोर्टफोलियो को नियमित रूप से चेक कर सकते हैं। इसका स्टेटस देख सकते हैं। डिमैट अकाउंट होने से शेयरों की खरीद बिक्री इटीएफ, म्यूचल फंड एसआईपी और अन्य भी कार्य आसान हो जाते हैं
डीमैट अकाउंट कैसे काम करता है?
भारत के 2 प्रमुख एक्सचेंज हैं NSE और BSE यहां पर हजारों की संख्या में शेयर लिस्टेड होते हैं जिनकी हम खरीदारी और बिकवाली करते हैं जब आप शेयर बाजार में डीमैट अकाउंट के जरिए शेयरों की खरीदारी करते हैं तब ब्रोकर आपके डीमैट खाते में शेयर को क्रेडिट कर देता है और यह आपको पोर्टफोलियो अथवा होल्डिंग के विवरण में दिखने लगता है यदि आप इंटरनेट आधारित ऑनलाइन डिमैट अकाउंट के साथ व्यापार करते हैं. तो आप अपनी होल्डिंग का विवरण ऑनलाइन ही देख सकते हैं ब्रोकर की ऐप में इस प्रकार एक डीमैट अकाउंट में शेयर की खरीदारी होती है।
डीमैट अकाउंट की सेफ़्टीजब आपको आपके के खरीदे हुए शेयर को बेचना होता है तब आप अपने ब्रोकर को डिलीवरी निर्देश देते हैं जिसमें आपको आपके बिके हुए शेयर का विवरण भरना होता है. अब तो डिपॉजिटरीज ने T-pin अनिवार्य कर दिया है ताकि ब्रोकर आपके खाते में पड़े शेयर या पैसों का गलत उपयोग ना कर सके यह ऑनलाइन प्रोसेस होती है। लेकिन अब यह बहुत आसान हो गया है इसके बाद आपके शेयर डेबिट हो जाते हैं और बिके हुए शेयरों का भुगतान ब्रोकर आपको दो-तीन दिन के सेटलमेंट के बाद कर देता है अगर आप यह प्रक्रिया ब्रोकर के ऐप से कर रहे हैं तो आपको तुरंत ही आपकी क्रेडिट और डेबिट धनराशि दिखने लगती है
डीमैट अकाउंट खोलने के लिए जरूरी दस्तावेज
डीमेट अकाउंट खोलने के लिए सबसे पहले तो आपके पास पैन कार्ड एड्रेस प्रूफ के लिए आधार कार्ड वोटर आईडी कार्ड या ड्राइविंग लाइसेंस होना चाहिए इसके अलावा फ्यूचर ऑप्शन और करेंसी ट्रेडिंग के लिए आपके बैंक खाते का 6 महीने का बैंक स्टेटमेंट भी देना होता है। डीमेट अकाउंट खोलने के लिए आप सेबी रजिस्टर्ड ब्रोकर या सब ब्रोकर से संपर्क कर सकते है।
डीमैट अकाउंट कैसे खोलें
Demat account ऑनलाइन तरीके से कुछ ही समय में खुल जाता है इसके लिए आपको किसी ऑफिस या बैंक के चक्कर लगाने नहीं पड़ेंगे अब डिमैट अकाउंट घर बैठे मोबाइल से ही खोला जा सकता है बस आपके आधार नंबर पर मोबाइल अपडेट होना चाहिए और पैन कार्ड बैंक स्टेटमेंट का होना जरूरी है
डीमैट अकाउंट खोलने से पहले निवेशकों को क्या सावधानियां बरतनी चाहिए
यदि आप डिमैट अकाउंट खोलने जा रहे हैं तो सबसे पहले आप ब्रोकरेज और वार्षिक रखरखाव शुल्क के बारे में कंपनी की सारी सूचना और शर्तें ध्यान से पढ़नी चाहिए और कई कंपनियों मैं तुलना करके डीमेट अकाउंट खोलना चाहिए
अगर आप शेयर बाजार में रुचि रखते हैं और अपना डीमैट खाता भारत के नंबर 1 ब्रोकर के साथ खोलना चाहते हैं तो नीचे दिए गए लिंक से आप अपना खाता खोल सकते हैं।
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