ज्वेलरी कारोबार को कोरोना ने डबल झटका दिया था एक तो लॉकडाउन के चलते बिक्री में भारी कमी आई दूसरा सोने की कीमतों ने नए रिकॉर्ड बनाए जिस कारण ग्राहकों ने सर्राफा बाजार से दूरी बनाए रखी लेकिन अब बीते कई महीनों से सोने के दाम स्थिर है। और यह अपने उच्चतम स्तर से भी काफी नीचे आ गए हैं।
ऐसे में क्रिसिल की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि 2 साल की गिरावट के बाद ज्वेलरी की कमाई 12 से 14% बढ़ी है क्रिसिल के मुताबिक सोने की कीमतें स्थिर रहने और शादियों और त्योहारों के मौसम में बिक्री बढ़ने से यह तेजी आई है।
अक्टूबर में नवरात्रि के साथ महीने भर लंबा त्योहारों का सीजन शुरू होगा उसके बाद महीने भर तक शादियों का सीजन है ऐसे में जानकारों का मानना है कि ज्वेलरी की कीमत आने वाले दिनों में और भी तेज होगी जो दुकानदारों को और सोने में निवेश करने वाले निवेशक को फायदा कराएगी।
इन दिनों का ज्वेलरी सोपिंग में 55 से 60% योगदान रहता है क्रिसिल के मुताबिक हालात में सुधार के साथ ही ज्वेलर्स के मार्जिन में भी सुधार आया है ज्वेलर्स का मार्जन 1.2% तक बढ़कर pree covid स्तर तक पहुंच गया है। सोने की कीमतों में कमी के कारण मार्जन 6 से 7% हो गया है।
बीते 2 साल में ज्वेलर्स के लिए बड़े नुकसान की वजह कोरोना और आयात शुल्क में हुआ इजाफा है 2019-20 में ज्वेलर्स की कमाई 3 फ़ीसदी तक घटी और 2020-21 में 8% की गिरावट आई थी जुलाई 2019 में आयात शुल्क 2.50% से बढ़कर 12.50% किए जाने से मांग में कमी आई थी लेकिन महामारी के बाद सोने पर आयात शुल्क 10.75% तक कर दिया गया है।
इसे घरेलू बाजार में कीमतें कम करने में मदद मिलेगी हालांकि यह भी तय है आगे तमाम अनुमान के सटीक बैठने का सारा उतार चढ़ाव आर्थिक हालात और कोरोना से जुड़ी पाबंदियों में मिली झूठ पर होगा।
ऐसे में हालातों को मद्दे नजर रखते हुए निवेशक ऑनलाइन सोने में निवेश कर सकते हैं वैसे सोने में निवेश तो लंबी अवधि के लिए किया जाता है लेकिन आर्थिक हालात और कोरोना के खतरे के कारण आप मंदी में खरीद और तेजी में बेचकर short term में पैसा बना सकते हैं।