मान लीजिए कोई भी व्यक्ति किसी कर्ज की पिछली ईएमआई या कर्ज की किस्त समय पर जमा नहीं कर पाया हो तो इस कारण उसका सिबिल स्कोर न्यूनतम हो जाता है और यदि पिछले कर्ज की ईएमआई या किस्त समय पर जमा करता है तो सिविल स्कोर मैक्सिमम 900 अंक की तरफ हो जाता है
यह कहना सही होगा कि आप के लोन की मंजूरी आपके सिबिल स्कोर पर निर्भर करती है
इस लेख में आपको सिबिल स्कोर की जानकारी हिंदी में दी जाएगी
क्यों जरूरी है सिबिल स्कोर 👉👉
मौजूदा समय में कोई भी कंपनी या बैंक सिबिल स्कोर देखकर ही कर्ज मुहैया कराती है यदि आपने कोई भी लोन जो ले रखा है या लिया था उसकी अदायगी समय पर नहीं किया है तो आपका इस को न्यूनतम हो जाएगा जिससे यह ज्ञात हो जाएगा कि आपने पिछला कर्ज समय पर अदा नहीं किया है और यदि पिछला कर्ज अपने समय पर लौट आया है या अब तक कोई भी कर्ज नहीं लिया है तो उसकी भी जानकारी सिबिल स्कोर के माध्यम से प्राप्त हो जाती है
सिबिल स्कोर 750 अंक के आसपास होना अच्छा माना जाता है यदि आप का सिबिल स्कोर 750 अंक है तो कोई भी कंपनी आपको आसानी से लोन दे सकती है
My CIBIL SCORE
सिबिल स्कोर चेक करने के लिए
- www.cibil.com वेबसाइट
अकाउंट बनाएं
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सिबिल स्कोर में आपकी क्या-क्या जानकारियां रहती हैं सिबिल स्कोर चेक करने के लिए सबसे पहले आपको सिविल अकाउंट बनाना पड़ेगा जिसमें आपके द्वारा कुछ जानकारियां भरी जाएंगी जैसे कि पैन नंबर बैंक खाता डिटेल संपर्क की जानकारी रोजगार की जानकारी और व्यक्तिगत जानकारी आपको सिविल अकाउंट में दर्ज करना पड़ेगा जिसके उपरांत ही आपको सिबिल स्कोर तय किया जाएगा cibil score in hindi
क्रेडिट इनफॉरमेशन रिपोर्ट CIR चेक करने के लिए अपने पैन नंबर बैंक अकाउंट डिटेल रोजगार संबंधित जानकारी देनी होगी
Cibil score को बेहतर कैसे बनाएं
1 अपनी ऋण की किस्त समय पर जमा करें .
2 हमेशा कम क्रेडिट का उपयोग करें .
3 ऋण अदायगी पर विशेष ध्यान रखें .
क्या ना करें
अपने सिबिल स्कोर को बेहतर बनाने के लिए आपको चाहिए कि कोई भी ऋण की किस्त जमा करने में देरी ना करें
सभी कंपनियों में ऋण के लिए आवेदन ना करें
इन सभी बातों पर ध्यान पर आपका सिविल इसको सुधर जाएगा