Sovereign gold bond scheme क्या है/निवेश कैसे करें |
भारत में सोने में निवेश का हमेशा से एक बेहतर विकल्प माना जाता है लंबे अरसे से सोना लोगों के निवेश का एक भरोसेमंद जरिया है और यह विश्वास आज भी कायम है हालांकि बदलते वक्त के साथ लोगों का सोने में निवेश करने का तरीका जरूर बदला है आजकल के दौर में फिजिकल गोल्ड यानी ज्वेलरी और बिस्किट से ज्यादा वर्चुअल गोल्ड का चलन है
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम क्या है
Sarkari gold bond scheme
यह एक वर्चुअल गोल्ड यानी Sovereign gold bonds scheme गवर्नमेंट की सरकारी स्कीम है जो सरकार द्वारा चलाया जाती है इसमें आपका पैसा पूरी तरह सुरक्षित रहता है वित्त वर्ष 2021-22 के लिए 17 मई से गोल्ड बॉन्ड की पहली बिक्री शुरू हो गई है इसमें 21 मई तक गोल्ड बॉन्ड में निवेश किया जा सकेगा इसके तहत प्रति 1 ग्राम सोने की कीमत ₹4777 तय की गई है यानी प्रति 10 ग्राम सोने की कीमत ₹47770 होगी इसमें सरकार ऑनलाइन आवेदन करने वालों और डिजिटल पेमेंट के जरिए भुगतान करने वालों को प्रति ग्राम पर ₹50 का डिस्काउंट भी देगी 25 मई कोई gold bond अपने डिमैट खाते में आपको मिल जाएंगे
गोल्ड बॉन्ड क्या होता है/ किसे कहते हैं
चलिए अब आपको बताते हैं कि गोल्ड बॉन्ड आखिर है क्या दरअसल सॉवरेन गोल्ड बांड एक सरकारी बांड होता है इसे डीमेट के रूप में परिवर्तित किया जा सकता है इसका मूल्य रूपए या डॉलर में नहीं होता है बल्कि सोने के वजन में होता है इसे खरीदने के लिए सेबी के अधिकृत ब्रोकर को तय प्राइस का भुगतान करना होता है बता दें कि आरबीआई यह बॉन्ड भारत सरकार की तरफ से जारी करता है आरबीआई के अनुसार बॉन्ड की कीमत 999 शुद्धता सोने के लिए पिछले 3 दिन में साधारण और सद्भाव मूल्य पर आधारित है यानी कि पिछले 3 दिनों से सोने का जो भाग चल रहा है उसके आधार पर इसकी कीमत तय की जाती है इसी को गोल्ड बॉन्ड कहते हैं
सॉवरेन गोल्ड बांड मैं निवेश करने के लाभ
Sovereign gold bonds scheme में निवेश करने का एक बड़ा फायदा यह भी है कि इसमें आप 1 ग्राम का बॉन्ड भी खरीद सकते हैं और इसके साथ ही आपको इसकी सुरक्षा के लिए भी परेशान होने की कोई जरूरत नहीं है चलिए अब आपको इसमें निवेश की अधिकतम सीमा भी बता देते हैं वही शख्स एक वित्त वर्ष में कम से कम 1 ग्राम और ज्यादा से ज्यादा 4 किलोग्राम तक वैल्यू का बॉन्ड खरीद सकता है जिसकी कीमत 1.91 करोड़ रुपए होगी हालांकि किसी ट्रस्ट के लिए खरीदी गई अधिकतम सीमा 20 किलोग्राम है इस बांड का मेच्योरिटी पीरियड 8 साल का है लेकिन निवेशकों को 5 साल के बाद भी पैसा निकालने का मौका मिलता है यानी अगर आप पैसा निकालना चाहते हैं तो 5 साल के बाद इससे अपना पूरा पैसा निकाल सकते हैं इस तरह से आप यहां पर लाभ अर्जित कर सकते हैं
NSE के मुताबिक लोन लेने के दौरान कोलेस्ट्रोल के रूप में भी सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड का इस्तेमाल किया जा सकता है इसके अलावा यह बांड एनएससी पर ट्रेड भी करते हैं
गोल्ड बॉन्ड पर मिलने वाली % ब्याज दर
चलिए अब आपको सॉवरेन गोल्ड बांड पर मिलने वाले ब्याज के बारे में बताते हैं सॉवरेन गोल्ड बांड में यीशु प्राइस हर साल 2.50% का निश्चित ब्याज मिलता है यह पैसा हर 6 महीने में आपके खाते में पहुंच जाता है यानी ₹47770 के निवेश पर हर साल 1192.50 और 8 साल में कुल मिलाकर ₹9540 ब्याज के तौर पर मिल जाएंगे इस स्लैब के हिसाब से ट्रैक चुकाना होगा हालांकि सॉवरेन बॉन्ड की 8 साल के मेच्योरिटी पीरियड के बाद इस पर होने वाले फायदे पर कोई टैक्स नहीं लगता वहीं अगर आप 5 साल बाद अपना पैसा निकालते हैं तो उस से होने वाले फायदे पर लोंग टर्म कैपिटल गैन यानी LTCG टैक्स लगता है LTCG पर 20.8% टैक्स लगता है जिसमें सेस शामिल है इसमें एक्सपेंस रेशों कुछ भी नहीं रहता है
गोल्ड बॉन्ड कैसे खरीदें
सॉवरेन गोल्ड बांड में शुद्धता की चिंता करने की कोई जरूरत नहीं होती है गोल्ड बॉन्ड खरीदने के लिए आपको किसी ब्रोकर के माध्यम से डीमेट अकाउंट खोलना होता है इसमें NSE पर उपलब्ध गोल्ड बॉन्ड की यूनिट आप खरीद सकते हैं और उसके बराबर की राशि आपके डीमेट अकाउंट से जुड़े बैंक अकाउंट से कट जाएगी वही ऑनलाइन के अलावा आप ऑफलाइन भी गोल्ड बॉन्ड खरीद सकते हैं आरबीआई ने SGB में निवेश के लिए कई तरह के विकल्प भी है इसके लिए बैंक की शाखाओं, पोस्ट ऑफिस, स्टॉक एक्सचेंज और एनएसई, बीएसई और और स्टॉक होल्डिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के जरिए इस में निवेश किया जा सकता है इसके लिए निवेशक को एक आवेदन फॉर्म भरना होगा इसके बाद आपके अकाउंट से पैसे कट जाएंगे और आपकी डीमेट खाते में ये बॉन्ड ट्रांसफर कर दिए जाएंगे इस तरह से अब गोल्ड बॉन्ड खरीद सकते हैं।निवेश करने के लिए पैन नंबर होना अनिवार्य है
एक नजर सोने में होने वाले उतार-चढ़ाव पर
बता दें कि पिछले हफ्ते सोने की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई थी लेकिन 17 मई को अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने का भाव 3 महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया IBGA के अनुसार सोमवार को देश में 24 कैरेट गोल्ड का रेट प्रति 10 ग्राम 48181 पर पहुंच गया जबकि शुक्रवार को ये 47757 प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ ऐसे ही 22 कैरेट गोल्ड प्रति 10 ग्राम 47988 तक पहुंच गया इसकी बड़ी वजह डॉलर में कमजोरी और अमेरिका में कुछ नकारात्मक आंकड़ों को माना जा रहा है
आने वाले 1 साल में गोल्ड की टारगेट प्राइस
वैसे तो हमेशा का जाता है कि सोने में लंबे समय के लिए निवेश सही रहता है क्योंकि सोने में होने वाले उतार-चढ़ाव का असर नहीं होगा और आपको सही रिटर्न भी मिल सकेगा सोने में कम से कम 3 से 5 साल के लिए निवेश करना बेहतर होता है आने वाले 1 साल की बात करें तो सोने की कीमतें 58 से ₹60000 हजार तक भी जा सकती हैं ऐसे में सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम में निवेश करना सही कदम साबित हो सकता है