नोटबंदी के सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के बाद भी कांग्रेस का विरोध जस का तस है कांग्रेस आज भी नोटबंदी के फैसले को सही मानने को तैयार नहीं है कांग्रेस बेरोजगारी आतंकवाद काला धन आदि के मुद्दे को लेकर नोटबंदी को बेअसर बता रही है किसी भी प्रभाव पर नोटबंदी खरी नहीं उतरी एक कांग्रेसी नेता ने कहा कि नोट बंदी के कारण असंगठित क्षेत्र तबाह हो गए MSME सेक्टर तबाह हो गए और करोड़ों लोगों ने अपनी नौकरी गवाई और कई लोगों ने अपनी जान गवाई
कांग्रेस की तरफ से प्रधानमंत्री जी को चुनौती देते हुए कहा गया कि वह वर्ष 2023 में नोटबंदी पर प्रेस वार्ता करें
माननीय सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के बाद कांग्रेस की तरफ से आए बयान में कहा गया कि जिन 4 जजों ने नोटबंदी की प्रक्रिया को सही ठहराया है उन जजों ने नोटबंदी के परिणाम पर कोई टिप्पणी नहीं की है जबकि कांग्रेस का कहना है कि हमारी आपत्ती नोटबंदी के परिणाम पर थी
माननीय सर्वोच्च न्यायालय की 4 जजों की बेंच ने नोटबंदी पर फैसला सुनाते हुए कहा कि आरबीआई एक्ट 1934 सेक्शन 26/ 2 का पालन हुआ है माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने नोटबंदी के इस फैसले को सही ठहराया है इसी के साथ ही नोटबंदी की सभी 58 याचिकाओं को खारिज कर दिया गया है