3 करोड़ श्रमिकों को मिलेगा भरण-पोषण भत्ता - अपर मुख्य सचिव श्रम विभाग सुरेश चंद्रा द्वारा जारी शासनादेश |
कोरोना महामारी की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए प्रदेश में असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों को पांच सौ रुपये प्रतिमाह भरण पोषण भत्ता दिया जाएगा । प्रत्येक श्रमिक को एक - एक हजार की दो किस्तें मिलेंगी इस बाबत शासनादेश जारी कर दिया गया है । प्रदेश में अब तक पंजीकृत तीन करोड़ श्रमिकों को इसका लाभ दिया जाएगा । भुगतान डीबीटी से किया जाएगा ।
अपर मुख्य सचिव श्रम विभाग सुरेश चंद्रा द्वारा जारी शासनादेश में कहा गया है कि कोरोना के चलते दो वर्षों से श्रमिकों के सामने आजीविका का संकट बना हुआ है । इधर , कोरोना की तीसरी लहर की आशंका भी खड़ी हो गई है । ऐसे में सरकार ने दिसंबर से मार्च तक श्रमिकों को भरण पोषण भत्ता देने का निर्णय लिया है । प्रदेश में अभी तक 3 करोड़ कामगार पंजीकृत हैं, जिन्हें इस भत्ते का लाभ मिलेगा।
किसान सम्मान निधि पाने वालों को नहीं मिलेगा भत्ता
ऐसे में सरकार ने दिसंबर से मार्च यानी कुल चार महीने तक श्रमिकों को 500 रुपए प्रतिमाह भरण पोषण भत्ता देने का फैसला लिया गया है। श्रमिकों को एक-एक हजार रुपए की 2 किस्तों के जरिए यह राशि दी जाएगी। शत यह भी लगाई गई है कि जिन श्रमिकों को किसान सम्मान निधि या इस तरह की अन्य किसी भी योजना का लाभ मिल रहा है, उन्हें यह भत्ता नहीं दिया जाएगा।
बता दें कि असंगठित क्षेत्र के कर्मकारों को यह भत्ता देने का सरकार ने फैसला लिया है। पोर्टल पर असंगठित क्षेत्र के जहां करीब 2.50 करोड़ श्रमिक पंजीकृत हैं। वहीं, करीब 60 लाख श्रमिक ऐसे हैं, जिनका पंजीकरण, यूपी सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड आदि में पंजीकरण है। ऐसे में फिलहाल तीन करोड़ से ज्यादा श्रमिकों को लाभ मिलेगा।
कुष्ठावस्था भरण - पोषण अनुदान राशि एक दिसंबर से ही जारी
लखनऊ । प्रदेश सरकार ने दिव्यांगजन कुष्ठावस्था भरण - पोषण अनुदान ( कुष्ठावस्था ने पेंशन ) राशि को 2500 से बढ़ाकर 3000 रुपये प्रतिमाह किए जाने की स्वीकृति प्रदान कर दी है । यह राशि एक दिसंबर से मिलेगी । दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग ने इस संबंध में सोमवार को निर्देश जारी कर दिए ।