भारतीय शेयर बाजार की यह कहानी आज से 170 साल पहले की है जब कुछ ब्रोकर दलाल एक बरगद के पेड़ के नीचे इकट्ठा होकर शेयरों की खरीद और बिक्री करते थे तब आम आदमी को इस बात का कोई भी ज्ञान नहीं था story of Indian stock market उस समय भारत में ब्रिटिश शासन की हुकूमत चलती थी नमस्कार दोस्तों आज मैं भारतीय शेयर बाजार की कहानी सुनाता हूं भारत में सबसे पहले सन 1850 ईस्वी में शेयर बाजार की शुरुआत हुई थी तब मुंबई स्टॉक बीएससी का कोई अस्तित्व नहीं था सारे ब्रोकर एक बरगद के पेड़ के नीचे इकट्ठा होकर
कंपनियों के शेयर खरीदते और बेचते थे.
कंपनियों के शेयर खरीदते और बेचते थे.
दलालों की संख्या शुरुआत में 20 से 25 की थी जो बढ़कर 250 से 300 हो गई इस कहानी से यह सिद्ध होता है कि भारत में शेयर बाजार से कमाई करने का यह तरीका लोगों को पसंद आया और बहुत ही जल्दी शेयर खरीदने और बेचने वालों की संख्या में भारी बढ़ोतरी होने लगी जो आज भी निरंतर चल रही है
भारतीय शेयर बाजार की कहानी का एक अध्याय 18 75 ईसवी से जुड़ा जब भारतीय शेयर बाजार को नेटिव शेयर एंड स्टॉक ब्रोकर्स एसोसिएशन के तौर पर स्वीकार किया गया यह कार्य 18 जनवरी 18 99 ईसवी में ब्रिटिश के एक उच्चाधिकारी जैकलिन द्वारा किया गया
शेर बाजार की इस कहानी में मैं आपको और भी पीछे ले जाना चाहूंगा 1531 में सबसे पहले बेल्जियम के एटपर्व शहर के बाजार में इकट्ठा होकर कई व्यापारी कमोडिटी में सट्टा करते थे
इधर जब दलालों के लिए जगह कम पड़ गई तो उन्हें एक नई जगह की आवश्यकता पड़ने लगी जहां पर वह सब इकट्ठा होकर विधिवत शेयरों की खरीदारी और बिक्री कर सकें और उन्हें वह जगह मिल गई जो दलाल स्ट्रीट के नाम से आगे चलकर सुप्रसिद्ध हो गई यही मौजूद है एशिया का सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज भारतीय शेयर बाजार की कहानी आज भी अधिकतर शेयर बाजार के नए निवेशक नहीं जानते कि भारतीय शेयर बाजार अस्तित्व में कब आया
मुंबई स्टॉक एक्सचेंज को मुंबई स्टॉक एक्सचेंज सिक्योरिटीज कांटेक्ट रेगुलेशन एक्ट 1956 के तहत मान्यता प्राप्त हुई आज या एशिया का सबसे बड़ा शेयर बाजार स्टॉक एक्सचेंज है स्टॉक एक्सचेंज मुंबई का नाम बदलकर मुंबई स्टॉक एक्सचेंज सन 2002 में कर दिया गया
यदि हम नजर डाले विश्व के सबसे पहले संगठित स्टॉक एक्सचेंज की तो 1602 ईसवी में एमस्टरडम में स्थापित हुआ था और फिर आगे चलकर के 18 वीं सदी के अंत में दुनिया का सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज अस्तित्व में आया.
कोई आती शेयर बाजार की कहानी आशा करता हूं कि आप को इस कहानी के माध्यम से शेयर मार्केट के इतिहास के बारे में जानकारी हो गई होगी
भारतीय शेयर बाजार की कहानी का एक अध्याय 18 75 ईसवी से जुड़ा जब भारतीय शेयर बाजार को नेटिव शेयर एंड स्टॉक ब्रोकर्स एसोसिएशन के तौर पर स्वीकार किया गया यह कार्य 18 जनवरी 18 99 ईसवी में ब्रिटिश के एक उच्चाधिकारी जैकलिन द्वारा किया गया
शेर बाजार की इस कहानी में मैं आपको और भी पीछे ले जाना चाहूंगा 1531 में सबसे पहले बेल्जियम के एटपर्व शहर के बाजार में इकट्ठा होकर कई व्यापारी कमोडिटी में सट्टा करते थे
इधर जब दलालों के लिए जगह कम पड़ गई तो उन्हें एक नई जगह की आवश्यकता पड़ने लगी जहां पर वह सब इकट्ठा होकर विधिवत शेयरों की खरीदारी और बिक्री कर सकें और उन्हें वह जगह मिल गई जो दलाल स्ट्रीट के नाम से आगे चलकर सुप्रसिद्ध हो गई यही मौजूद है एशिया का सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज भारतीय शेयर बाजार की कहानी आज भी अधिकतर शेयर बाजार के नए निवेशक नहीं जानते कि भारतीय शेयर बाजार अस्तित्व में कब आया
मुंबई स्टॉक एक्सचेंज को मुंबई स्टॉक एक्सचेंज सिक्योरिटीज कांटेक्ट रेगुलेशन एक्ट 1956 के तहत मान्यता प्राप्त हुई आज या एशिया का सबसे बड़ा शेयर बाजार स्टॉक एक्सचेंज है स्टॉक एक्सचेंज मुंबई का नाम बदलकर मुंबई स्टॉक एक्सचेंज सन 2002 में कर दिया गया
यदि हम नजर डाले विश्व के सबसे पहले संगठित स्टॉक एक्सचेंज की तो 1602 ईसवी में एमस्टरडम में स्थापित हुआ था और फिर आगे चलकर के 18 वीं सदी के अंत में दुनिया का सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज अस्तित्व में आया.
कोई आती शेयर बाजार की कहानी आशा करता हूं कि आप को इस कहानी के माध्यम से शेयर मार्केट के इतिहास के बारे में जानकारी हो गई होगी